ये है आशिक़ी |
बेशर्मियाँ बरबादियाँ
हैं इश्क़ की शितानियाँ
ये फितूर जो, सर पे सवार हो
जीना भी फिर, दुश्वार हो
हैं इश्क़ की शितानियाँ
ये फितूर जो, सर पे सवार हो
जीना भी फिर, दुश्वार हो
किसकी मज़ाल कोई रोक दे
किसकी मज़ाल कोई टोक दे
इश्क़े जूनून रुके नहीं
किसकी मज़ाल कोई टोक दे
इश्क़े जूनून रुके नहीं
है बावरी, ये आशिक़ी
गुस्ताख़ सी ये आशिक़ी
बेबाक सी ये आशिक़ी
गुस्ताख़ सी ये आशिक़ी
बेबाक सी ये आशिक़ी
बड़ी है अज़ब ये तलप
है ये आशिक़ी
जिद्दी बड़ी बड़ी सरफिरी
है ये आशिक़ी
है ये आशिक़ी
जिद्दी बड़ी बड़ी सरफिरी
है ये आशिक़ी
🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴